नैनीताल। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. दीवान सिंह रावत कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति होंगे और उनका कार्यकाल तीन वर्ष के लिये होगा।
कुलाधिपति एवं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त ) गुरमीत सिंह की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्ष की अवधि अथवा अगले आदेश (जो भी पहले हो) तक के लिये श्री रावत को कुमाऊं विवि का कुलपति नियुक्त किया जाता है।
रावत दिल्ली विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर हैं और रसायन विज्ञान विभाग में कार्यरत हैं। उनके पास दिल्ली विवि में डीन परीक्षा की जिम्मेदारी भी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रो. रावत ने नैनीताल के भारतीय शहीद सैनिक विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही कुमाऊं विवि के डी.एस.बी. परिसर से रसायन विज्ञान में एमएससी डिग्री ली है। इसके बाद उन्होंने लखनऊ के सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट से 1998 में औषधीय रसायन विज्ञान में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
उन्होंने दो साल फार्मास्युटिकल उद्योग में काम किया। साल 2003 में दिल्ली विवि में नियुक्ति के बाद सन् 2010 में वह प्रोफेसर बने। अभी तक प्रो. रावत 165 शोध प्रकाशित तथा एक पुस्तक लिख चुके हैं। पांच पुस्तक अध्याय व सात पेटेंट उनके नाम हैं।
रावत को उनके शोध के लिये कई पुरस्कार मिल चुके हैं। वह कई पदों पर रह चुके हैं। उन्हें 2019-20 में भारतीय विज्ञान कांग्रेस के रसायन विज्ञान अनुभाग का अध्यक्ष चुना गया है। श्री रावत को विवि का कुलपति बनाये जाने से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है। कुमाऊं विवि टीचर्स एसो0 ने प्रो0 रावत को कुलपति बनाये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।