जिलाधिकारी ने किया मालन नदी पर क्षतिग्रस्त हुए ब्रिज का स्थलीय निरीक्षण – Polkhol

जिलाधिकारी ने किया मालन नदी पर क्षतिग्रस्त हुए ब्रिज का स्थलीय निरीक्षण

 

  •  आवागमन कनेक्टिविटी को सुचारु करने के लिए तात्कालिक वैकल्पिक और दूरगामी दोनों नजरियों से बेहतर आधुनिक तकनीक के साथ ब्रिज निर्माण के लोक निर्माण विभाग दिए निर्देश।
  •  वैकल्पिक आवागमन कनेक्टिविटी हेतु कर्णवाश्रम वाले रूट पर यातातात डायवर्ट करने के दिए निर्देश।
  •  यातायात के वैकल्पिक कर्णवाश्रम रूट पर हाथी व वन्य जीवो से सुरक्षा के दृष्टिगत पेड़ और झाड़ियों की लॉपिंग करने व लगातार पहरा देने के वन विभाग को दिए निर्देश।
  • वैकल्पिक कर्णवाश्रम रूट पर राहत कैंप स्थापित करने के उपजिलाधिकारी को दिए निर्देश।
  • फैक्ट्री, बाजार व आमजनमानस के लिए जाने वाली सामग्री व वस्तुओं की आवाजही में किसी तरह का अवरोध न हो, सुनिश्चित करने को कहा।
  • ब्रिज के लैप्स होने के दौरान लापता बताए जा रहे लोगों के सर्च ऑपरेशन में तेजी लाने के दिए निर्देश।
  • सर्च ऑपरेशन में उत्तर प्रदेश (नजीबाबाद) प्रशासन से भी ली जाएगी सहायता।
  •  लापता बताए जा रहे प्रसन्न डबराल के परिजनों से मुलाकात करते हुए हरसंभव सहायता का जिलाधिकारी ने दिया आश्वासन।
  • मालन नदी के साथ-साथ अन्य नदियों के ब्रिज की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही बरसात के दौरान नदी के पानी को मध्य में डाइवर्ट करने के सिंचाई विभाग को दिए निर्देश*। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान द्वारा कोटद्वार के मालन नदी पर क्षतिग्रस्त हुए ब्रिज का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आवागमन कनेक्टिविटी को बहाल करने के लिए तात्कालिक वैकल्पिक और दूरगामी दोनों नजरिए से ब्रिज निर्माण के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने पुल और पिलर्स का सही डिजाइन तथा मजबूत निर्माण हेतु तकनीकी विशेषज्ञ की सहायता लेने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि मालन नदी के साथ-साथ अन्य नदियों के सभी ब्रिज की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नदी के पानी को मध्य भाग में डाइवर्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने वैकल्पिक आवागमन कनेक्टिविटी हेतु कण्वाश्रम वाले रूट पर यातायात को डाइवर्ट करने को कहा। यातायात के वैकल्पिक कण्वाश्रम रूट पर हाथी व वन्यजीवों से सुरक्षा की दृष्टिगत पेड़ व झाड़ियों की लॉपिंग करने के साथ-साथ लगातार पहरा देने के वन विभाग को निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त वैकल्पिक रूट पर आवश्यकतानुसार सौर स्ट्रीट लाइट लगाने के भी उप जिलाधिकारी, उरेडा विभाग तथा नगर निगम को निर्देश दिए। वैकल्पिक कण्वाश्रम रूट पर मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस और लोगों को जरूरी सुविधाएं देने के लिए राहत कैंप स्थापित करने के उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए। फैक्ट्रियों में, बाजार में तथा सामान्य जनमानस के लिए जाने वाली सामग्री व वस्तुओं की आवाजाई में किसी भी तरह का अवरोध ना हो, इसको सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने ब्रिज कॉलेप्स होने के दौरान लापता बताए जा रहे लोगों के सर्च ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सर्च ऑपरेशन टीम में सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए, नदी के दोनों तरफ सर्च ऑपरेशन चलाया जाए तथा यदि आवश्यकता पड़ी तो उत्तर प्रदेश (नजीबाबाद) प्रशासन से भी सर्च ऑपरेशन में सहायता ली जाए। लापता लोग कौन-कौन थे और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनसे संबंधित आईडी, फोटोस तथा विवरण प्राप्त करने को कहा। उन्होंने प्रसन्न डबराल के परिजनों से मुलाकात करते हुए उनको शासन_ प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता देने का भी आश्वासन दिया। इस दौरान जिलाधिकारी के साथ अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग पी एस बृजवाल, उप जिलाधिकारी मनजीत सिंह, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रदीप चमोली सहित संबंधित विभागीय अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।

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