धर्मनगरी में डाक कांवड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। देहरादून-दिल्ली हाईवे डाक कांवड़ियों के वाहनों से पैक हो गया जबकि हरकी पैड़ी से लेकर आसपास के बाजार और पूरा इलाका फुल हो गया है। वहीं, डाक कांवड़ के दूसरे दिन लाखों कांवड़ियों की भीड़ के आगे पुलिस की व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई। हाईवे से लेकर शहर के अंदर डाक कांवड़ियों का कब्जा हो गया है।
लक्सर की तरफ से बैरागी कैंप पहुंच रहे डाक कांवड़ियों के वाहन शंकराचार्य चौक की तरफ से हाईवे पर भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही दुपहिया वाहनों पर आने वाले डाक कांवड़िये कांवड़ पटरी और शहर के अंदर से गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंच रहे हैं।
हाईवे पर शंकराचार्य चौक से लेकर सिंहद्वार, गुरुकुल कांगड़ी विवि के पास फ्लाईओवर, ज्वालापुर से लेकर बहादराबाद तक हाईवे डाक कांवड़ियों के वाहनों से पूरा पैक हो चुका है। ट्रक-ट्रैक्टर ट्राली और दुपहिया वाहनों के साथ ही कांवड़िए पैदल गंगाजल लेकर हाईवे से दौड़ते हुए गंतव्य की ओर से निकल रहे हैं।
हाईवे ही नहीं शहर के अंदर भी डाक कांवड़ के बड़े वाहन पहुंच गए हैं। कृष्णानगर, जगजीतपुर, भगतवंतपुरम, अभिषेकनगर, संदेशनगर, गुरु बख्श बिहार, हनुमंत पुरम, मिश्रा गार्डन, ऋषिकुल आदि क्षेत्रों में डाक कांवड़ियों के वाहन खड़े हैं।
बृहस्पतिवार शाम छह बजे तक 68 लाख 70 हजार कांवड़िए गंगाजल भरकर रवाना हो चुके हैं। 10 कांवड़ियों को गंगा में डूबने से बचाया गया। मेले के 10वें दिन कांवड़ियों का आंकड़ा तीन करोड़ 28 लाख पहुंच गया है। आखिरी दिन शुक्रवार तक चार करोड़ का आंकड़ा पार होगा।
पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक पहले दिन पहले दिन एक लाख 10 हजार, दूसरे दिन 8 लाख 50 लाख, तीसरे 10 लाख 50 हजार, चौथे दिन 15 लाख 20 हजार पांचवें दिन 22 लाख 25 हजार, छठे दिन 32 लाख 40 हजार, सातवें दिन 45 लाख 10 हजार, आठवें दिन 57 लाख 20 हजार, नौवें दिन 67 लाख कांवड़िए गंगाजल भरकर रवाना हुए थे।