नैनीताल। उत्तराखंड के तराई पूर्वी वन प्रभाग और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम ने बाघ की खाल के साथ चार कुख्यात वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ को सूचना मिली की वन्य जीव तस्कर एक बोलेरो दीप में बाघ की बहुमूल्य खाल और हड्डी के साथ खटीमा की ओर आ रहे हैं।
एसटीएफ के कुमाऊं प्रभारी एमपी सिंह की अगुवाई में एसटीएफ और तराई पूर्वी वन प्रभाग की एक टीम ने खटीमा के टोल प्लाजा पर कार संख्या को रोका और उसकी जांच की तो उसमें से बाघ की एक खाल और 15 किलो बाघ की हड्डी बरामद बरामद हुई।
टीम ने कार सवार चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी सीमांत पिथौरागढ़ जनपद के धारचूला के रहने वाले हैं। आरोपियों में कृष्ण कुमार निवासी ग्राम बगीचा, थाना धारचूला, पिथौरागढ़, गजेंद्र सिंह निवासी गोठी कालिका, धारचूला, पिथौरागढ़, संजय कुमार निवासी गोठी कालिका, धारचूला, पिथौरागढ़ व हरीश कुमार निवासी गोठी कालिका, धारचूला, पिथौरागढ़ शामिल हैं।
आरोपियों के खिलाफ तराई पूर्वी वन प्रभाग में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। बरामद खाल की लंबाई 11 फीट है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ को कुमाऊं में यह अब तक की बड़ी कामयाबी मिली है। बाघ की यह सबसे बड़ी खाली बरामद हुई है।
आरोपी तस्करों ने एसटीएफ को बताया कि वह बरामद खाल को काशीपुर से खरीद कर लाये हैं और खटीमा बेचने के लिए ले था रहे थे।