देहरादून नगर निगम की नए बोर्ड की पहली बैठक में शहर की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का खाका तैयार किया गया। बैठक में 77 प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किए गए। पार्षदों ने स्वच्छता व्यवस्था से लेकर पथप्रकाश के अलावा शहर के विकास से जुड़े अहम मुद्दे उठाए। मेयर ने कहा कि नगर निगम सफाई व्यवस्था के लिए संसाधनों को बढ़ाने जा रहा है, जल्द धरातल पर इसका असर दिखेगा।
नवनिर्वाचित मेयर सौरभ थपलियाल की अध्यक्षता में हुई पहली बोर्ड बैठक करीब नौ घंटे चली। चर्चा के दौरान पार्षदों के बीच कई बार टकराव भी हुआ, लेकिन महापौर ने बीच-बचाव कर सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाई। 47 वार्डों में डोर-टु-डोर कूड़ा एकत्रीकरण का कार्य वाटरग्रेस कंपनी से लेकर नगर निगम द्वारा स्वयं संभालने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ।

वहीं, स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव का अनुबंध ईईएसएल कंपनी से लेकर दूसरी कंपनी को सौंपने का प्रस्ताव पारित किया गया। वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, नशे के कारोबार को रोकने, नदी-नालियों की सफाई पर भी सहमति बनी। पार्षदों के लिए नगर निगम में कार्यालय खोलने से लेकर किन्नरों को दी जाने वाली बधाई को लेकर भी नई नीति बनाने पर चर्चा हुई।
मलिन बस्तियों में बिजली कनेक्शनों पर लगी पाबंदी के अलावा पार्षदों का वेतन तय करने का मुद्दा भी सदन में प्रमुखता से उठा। संडे बाजार को शहर से बाहर करने व बाजार में स्थानीय लोगों को प्रमुखता से स्थान देने की मांग की गई। अतिक्रमण व लालपुल पर श्रमिक स्थल को भी स्थानांतरित करने की मांग उठी।